नई दिल्ली. देश के टॉप 5 यूनिवर्सिटीज में शुमार जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में अब बीए और बीएससी अंडरग्रेजुएट कोर्स शुरू होंगे। जेएनयू ने इन कोर्सेज को शुरू करने का प्रस्ताव यूजीसी को भेजा है।जेएनयू के कुलपति प्रो. सुधीर कुमार सोपोरी ने बताया कि इसके लिए कैंपस में स्कूल ऑफ अंडरग्रेजुएट्स का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि फिलहाल बीकॉम शुरू नहीं होगा। ये सभी कोर्स तीन वर्षीय होंगे। यदि यूजीसी से अनुमति मिलती है तो विश्वविद्यालय प्रशासन इसे लागू करने की दिशा में कार्य करेगा। उन्होंने कहा कि बिना अंडरग्रेजुएट कोर्सेज के कोई भी यूनिवर्सिटी अधूरी है।इन कोर्सेज को शुरू करने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जेएनयू की रैंकिंग भी सुधरेगी। अभी विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर, एमफिल और पीएचडी के अलावा स्नातक स्तर के लैंग्वेज कोर्स पढ़ाए जाते हैं।
नए अंडरग्रेजुएट कोर्स क्रेडिट सिस्टम के तहत पढ़ाए जाएंगे और ये नए रिफॉर्म पर आधारित होंगे।प्रो. सोपोरी ने बताया कि प्रस्ताव को तैयार करने में करीब डेढ़ साल का वक्त लगा है। उम्मीद है कि नए सत्र तक नहीं तो वर्ष 2014-15 के सत्र में ये कोर्स शुरू हो सकेंगे।तीन वर्षीय प्रस्तावित कोर्सेज में 15 क्रेडिट होंगे। हर वर्ष के पांच क्रेडिट निर्धारित किए गए हैं। अगर भविष्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति में बदलाव होता है और यूजीसी चार वर्ष के डिग्री कोर्स लागू करने को कहती है तो हम इसे चार वर्ष का कर देंगे।