शिमला। जिन छात्रों के आधार कार्ड नहीं बन पाए हैं, उनके आधार कार्ड बनवाना अब स्कूल प्रबंधन की जिम्मेदारी है। सरकार ने सभी सरकारी स्कूलों में इस बारे में निर्देश जारी कर दिए हैं। सरकार ने आधार कार्ड बनाने के लिए 3 महीने की समय सीमा तय की है। इस दौरान सभी छूट गए छात्रों के आधार कार्ड बन जाने चाहिए। स्कूल टाइम में ही छात्रों के आधार कार्ड बन पाएंगे।स्कूलों में बच्चों की एडमिशन की टेंशन अभिभावकों की जगह शिक्षक की रहेगी। यदि कोई अभिभावक अनपढ़ है तो ऐसे में बच्चे को दाखिला दिलाने की जिम्मेदारी शिक्षक की होगी। शिक्षक के साथ-साथ स्कूल प्रिंसिपल को भी एडमिशन की औपचारिकताएं पूरी करनी पड़ सकती हैं।
कई तरह के स्कॉलरशिप स्कीमों का फायदा लेने के लिए छात्रों का आधार कार्ड होना चाहिए। स्कॉलरशिप की धनराशि सीधे छात्रों के खाते में आएगी.बच्चे को स्कूल में डालने के लिए पंचायत से लिखवाने की आवश्यकता नहीं है। इसके बाद सबकुछ स्कूल प्रबंधन को करना पड़ेगा।शिक्षा विभाग का अतिरिक्त दायित्व देख रहे प्रधान सचिव पीसी धीमान का कहना है कि जिन स्कूली छात्रों के आधार कार्ड अभी तक नहीं बन पाए हैं। ऐसे सभी छात्रों के आधार स्कूल बनवाएंगे। आधार कार्ड से छात्रों को पढ़ते हुए भी कई तरह के लाभ मिलने वाले हैं।