जोधपुर.शहर की एक अंग्रेजी मीडियम स्कूल ने कई अभिभावकों को उनके बच्चों का रिपोर्ट कार्ड इसलिए नहीं दिया कि उनके बच्चों ने स्कूल में बदसलूकी की थी। फिर स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को एक पीली पर्ची पकड़ा कर कहा कि बच्चों का रिपोर्ट कार्ड चाहिए तो फलां बुक स्टॉल से अंग्रेजी के 20 नॉवेल लाकर दो। पर्ची देख अभिभावक हैरान रह गए और मजबूरी में बुक स्टॉल जाकर नॉवेल खरीदे।डीबी स्टार को सूचना मिलने पर टीम ने मामले की पड़ताल की तो पता चला कि सरस्वती नगर स्थित सेंट एंस स्कूल के 7वीं से 11वीं क्लास के कुछ स्टूडेंट्स के रिपोर्ट कार्ड स्कूल ने रोक लिए। अभिभावकों को इसके पीछे कारण बच्चे का स्कूल में मिसबिहेव करना बताया। नॉवेल लाने के लिए पीली पर्ची पर सवरेदय बुक स्टॉल का नाम लिखा है।टीम को सोमवार को कई अभिभावक इस बुक स्टॉल पर नॉवेल खरीदते नजर आए। स्कूल डायरेक्टर सेअभिभावक बनकर बात करने के बाद डीबी टीम ने अपना परिचय देते हुए दुबारा नॉवेल मंगवाने के बारे में बात की तो उनका जवाब था- स्कूल के कुछ स्टूडेंट्स ने मिसबिहेव किया था। बार-बार चेतावनी देने के बावजूद उनकी गलतियां थमी नहीं। गलती उनके निलंबन जैसी थी, लेकिन हमने नॉवेल मंगवाकर उन्हें मौका दिया। यह नॉवेल भी कोई खास महंगे नहीं हैं।
अरे, मेरे बच्चे को भी नॉवेल जमा कराने हैं
सेंट एंस स्कूल के 30 अभिभावक नॉवेल ले जा चुके हैं। मेरा बच्चा भी स्कूल में मिसबिहेव करने वालों की सूची में है। उसे भी स्कूल में नॉवेल जमा कराने हैं। यह तो स्कूल मैनेजमेंट का नजरिया है। नॉवेल की कीमत दो से तीन हजार के बीच है।