अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग द्वारा शनिवार को घोषित आरएएस (प्री) के संशोधित परिणाम के बाद उत्तीर्ण अभ्यर्थियों में 1 हजार 821और जुड़ गए। आयोग द्वारा जीके का एक सवाल गलत मानने के बाद संशोधित परिणाम आने से अब ये अभ्यर्थी भी आरएएस मुख्य परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।आयोग सचिव डॉ. के के पाठक के मुताबिक राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा पांच याचिकाओं में पारित निर्णयों की पालना में संशोधित परिणाम घोषित किया गया है। आयोग द्वारा 24 नवंबर 12 को घोषित आरएएस-प्री (संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा द्वारा सीधी भर्ती) परीक्षा 2012 के परिणाम में कतिपय विषयों में विशेषज्ञ समिति द्वारा दी गई रिपोर्ट के अनुसार कुंजियों में परिवर्तन के फलस्वरूप इस परीक्षा में सम्मिलित अभ्यर्थियों के प्राप्तांक/परिणाम संशोधित किया गया है।
संशोधित परिणाम के आधार पर 1 हजार 821 अभ्यर्थियों को अतिरिक्त रूप से मुख्य परीक्षा में सम्मिलित होने के लिए सफल घोषित किया गया है। डॉ.पाठक के मुताबिक जी के एक सवाल को गलत मानने के बाद परिणाम में यह संशोधन हुआ। पूर्व में घोषित किए गए परिणाम में से किसी को बाहर नहीं किया गया।
होरिजेंटल आरक्षित वर्ग के साक्ष्य मांगे: डॉ. पाठक के मुताबिक ऐसे सफल अभ्यर्थी जिन्होंने होरिजेंटल आरक्षित पदों के विरुद्घ आवेदन किया है, को निर्देशित किया जाता है कि वे होरिजेंटल आरक्षित वर्ग के संबंध में आयोग कार्यालय में 30 जनवरी तक तक साक्ष्य प्रस्तुत करें। साक्ष्य के अभाव में निर्धारित कट-ऑफ सीमा में न आने पर उनकी पात्रता पर विचार नहीं करते हुए मुख्य परीक्षा में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। पूर्व परिणाम में इस आरक्षण श्रेणी में शामिल साक्ष्य प्रस्तुत नहीं करने वाले अभ्यार्थियों को भी 30 जनवरी तक साक्ष्य प्रस्तुत करने होंगे। अन्यथा उन्हें मुख्य परीक्षा में प्रवेश से वंचित कर दिया जाएगा।