रायपुर। राज्य में एक साल से ज्यादा समय से ठप पड़ी आधार कार्ड बनाने की योजना में एक बार फिर जान डालने की कवायद की जा रही है। आला अफसरों की ढिलाई की वजह से राजधानी समेत सभी जिलों में आधार कार्ड बनाने का काम महीनों से बंद है। आधार कार्ड नहीं बनने की वजह से लोगों को भविष्य में रसोई गैस की सब्सिडी, स्कॉलरशिप समेत केंद्र सरकार की कई योजनाओं का सीधा फायदा नहीं मिलने वाला। इसी आशंका से नाराज यूनिक आइडिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (यूआईडीएआई) ने राज्य योजना आयोग को पत्र लिखकर स्कूल और कॉलेजों में शिविर लगाकर आधार कार्ड तैयार करने के निर्देश दिए हैं। सामान्य लोगों के आधार कार्ड बनाने का काम कब तक शुरू होगा, इस बारे में स्थिति साफ नहीं है।छत्तीसगढ़ में पहली बार आधार कार्ड के लिए स्कूल और कॉलेज में शिविर लगाए जाएंगे। यूआईडीएआई के निर्देशों के अनुसार 15 जनवरी से इस योजना को शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। इसका सीधा फायदा राज्य के लाखों छात्रों को होगा। उन्हें कतार में लगकर आधार कार्ड बनाने के लिए मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। राज्य में दो साल पहले आधार कार्ड तैयार कर यूनीक आईडी देने का काम शुरू हुआ था पर इसकी रफ्तार बेहद धीमी थी। पिछले एक साल से यह काम पूरी तरह से ठप है। इतना ही नहीं एक साल में बमुश्किल दो हजार लोगों को ही आधार कार्ड नंबर मिल पाए हैं।यूआईडीएआई इस बात से नाराज है कि आधार कार्ड का काम पूरी तरह से ठप हो जाने के बावजूद राज्य ने इस दिशा में कोई पहल नहीं की, न ही आयोग से पत्र व्यवहार किया। केंद्र सरकार ने अफसरों की इस ढिलाई के बाद खुद ही दिल्ली की एक कंपनी को जिलों में आधार कार्ड बनाने की जिम्मेदारी दे डाली है। दिल्ली की कंपनी इस महीने से ही कार्ड बनाने का काम शुरू करेगी।