सीकर.शिक्षा विभाग में पहली बार तृतीय श्रेणी शिक्षकों की वरिष्ठ अध्यापक में पदोन्नति की महिला-पुरुष की सूची एक ही बनाई जा रही है। यह पूरी कवायद इसलिए हो रही है जिससे प्रमोशन में महिलाएं पीछे नहीं रह जाएं। अभी तक महिला एवं पुरुष शिक्षकों की वरिष्ठता सूचियां अलग-अलग बनाए जाने से महिला शिक्षकों को सिर्फ बालिका स्कूलों में ही प्रमोशन मिलता था लेकिन राज्य में बालिका स्कूलों की संख्या कम हैं। महिलाएं प्रमोशन के लिए पुरुष शिक्षकों की तुलना में 8-10 साल तक का इंतजार करतीं थीं।
http://www.bhaskar.com/article/RAJ-SIK-women-will-not-gain-promotion-back-to-the-teacher-4149432-NOR.html