शिमला। हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय (एचपीयू) सहित कॉलेजों में छात्रसंघ चुनाव पर रोक लग सकती है। इस तरह अब छात्र राजनीति पर पूरी तरह अंकुश लगाने की तैयारी शुरू हो गई है। इस संबंध में प्रदेश भर के कॉलेजों के प्रिंसिपलों ने कुलपति से चुनाव न करवाने की अपील की है।इस प्रस्ताव को ईसी की बैठक में रखा जाएगा। ईसी में प्रस्ताव पास होने के बाद इसे सरकार के पास अंतिम मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। कॉलेज प्रिंसिपलों की राय से स्पष्ट हो गया है कि वह कॉलेजों में छात्र राजनीति नहीं चाहते हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने भी संकेत दिए हैं कि छात्र राजनीति के आधार पर बनने वाली एससीए अब मनोनीत होगी। इसमें एकेडमिक, खेल और अन्य गतिविधियों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्रों में से ही मनोनीत करके एससीए का गठन किया जाएगा। विश्वविद्यालय के कुलपति ने छात्र संगठनों पर बैन और छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगाने के लिए एक हफ्ते तक स्पष्ट करने की बात कही है। इससे पहले मंगलवार को विश्वविद्यालय में प्रदेश भर के सरकारी और निजी कॉलेजों के प्रिंसिपलों की कुलपति के साथ बैठक हुई। बैठक में एकमत से कॉलेज प्रिंसिपलों ने छात्र राजनीति पर रोक लगाने का समर्थन किया। छात्र संगठन इसका विरोध कर रहे हैं।एचपीयू ही नहीं कॉलेजों में भी बंद करो
एचपीयू के कमेटी रूम में कुलपति के साथ प्रिंसिपलों की बैठक मंगलवार को करीब 11 बजे शुरू हुई। अन्य मुद्दों के साथ एससीए चुनाव पर चर्चा हुई। करीब 12 बजे प्रिंसिपलों से चुनाव के संबंध में सुझाव मांगे गए। इस पर प्रिंसिपलों ने एक स्वर में कहा कि यदि चुनाव बंद करवाने हैं तो एचपीयू में ही नहीं कॉलेजों में भी बंद होने चाहिए। बैठक में एक कॉलेजों के प्रिंसिपल ने कहा कि यदि चुनाव करवाने हैं तो जल्दी करवाएं, वरना बंद करें। इसका जवाब देते हुए कुलपति ने कहा कि यदि कॉलेज प्रशासन उन्हें सहयोग करेंगे तो वह चुनाव बंद करवा देंगे। प्रिंसिपलों का कहना है कि कई बार तो छात्र संगठन कक्षाओं का बहिष्कार भी करते हैं।http://www.bhaskar.com/article/HIM-OTH-hp-universty-student-election-3628663.html
एचपीयू के कमेटी रूम में कुलपति के साथ प्रिंसिपलों की बैठक मंगलवार को करीब 11 बजे शुरू हुई। अन्य मुद्दों के साथ एससीए चुनाव पर चर्चा हुई। करीब 12 बजे प्रिंसिपलों से चुनाव के संबंध में सुझाव मांगे गए। इस पर प्रिंसिपलों ने एक स्वर में कहा कि यदि चुनाव बंद करवाने हैं तो एचपीयू में ही नहीं कॉलेजों में भी बंद होने चाहिए। बैठक में एक कॉलेजों के प्रिंसिपल ने कहा कि यदि चुनाव करवाने हैं तो जल्दी करवाएं, वरना बंद करें। इसका जवाब देते हुए कुलपति ने कहा कि यदि कॉलेज प्रशासन उन्हें सहयोग करेंगे तो वह चुनाव बंद करवा देंगे। प्रिंसिपलों का कहना है कि कई बार तो छात्र संगठन कक्षाओं का बहिष्कार भी करते हैं।http://www.bhaskar.com/article/HIM-OTH-hp-universty-student-election-3628663.html