जम्मू। सर्विस सेलेक्शन बोर्ड द्वारा चयनित टीचरों की शिक्षा विभाग में रुकी पड़ी नियुक्ति के प्रति रोष प्रकट करने को पीपल्स रिवॉल्युशनरी मूवमेंट (पीआरएम) की ओर से सरकार के खिलाफ प्रेस क्लब के बाहर प्रदर्शन किया गया। पीआरएम कार्यकर्ताओं व चयनित टीचरों ने जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रधान राजिंदर सिंह जम्वाल ने कहा कि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व में राज्य सरकार पूरी तरह से विफल साबित हो रही है। सरकार की विफलता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि एसएसबी द्वारा टीचरों की सेलेक्शन लिस्ट जारी किए एक साल से अधिक का समय बीत चला है। लेकिन टीचरों की नियुक्ति का काम रूका पड़ा है।
शिक्षा मंत्रालय का कार्यभार स्वयं मुख्यमंत्री संभाल रहे हैं। ऐसे में टीचरों की नियुक्ति को लेकर पूरी जवाबदेही उन्हीं की बनती है। परंतु अफसोस की मुख्यमंत्री युवाओं के प्रति भी असंवेदनशील बने हुए हैं। नियुक्ति के इंतजार में बैठे सैकडों शिक्षक कशमकश की स्थिति से दो चार हो रहे हैं। वहीं, स्कूलों में शिक्षकों के अभाव के चलते स्टूडेंट्स भी नुकसान उठा रहे हैं। जम्वाल ने कहा कि यदि सरकार ने 10 दिन के भीतर नियुक्ति को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं की तो वो पूरी तरह से सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे।http://www.bhaskar.com/article/JK-protest-against-delay-in-appointment-of-teachers-3646277.html
शिक्षा मंत्रालय का कार्यभार स्वयं मुख्यमंत्री संभाल रहे हैं। ऐसे में टीचरों की नियुक्ति को लेकर पूरी जवाबदेही उन्हीं की बनती है। परंतु अफसोस की मुख्यमंत्री युवाओं के प्रति भी असंवेदनशील बने हुए हैं। नियुक्ति के इंतजार में बैठे सैकडों शिक्षक कशमकश की स्थिति से दो चार हो रहे हैं। वहीं, स्कूलों में शिक्षकों के अभाव के चलते स्टूडेंट्स भी नुकसान उठा रहे हैं। जम्वाल ने कहा कि यदि सरकार ने 10 दिन के भीतर नियुक्ति को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं की तो वो पूरी तरह से सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे।http://www.bhaskar.com/article/JK-protest-against-delay-in-appointment-of-teachers-3646277.html