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चुनावी चक्कर में अटकी हैं 40 हजार परिवारों की खुशियां
जयपुर.राज्य में तृतीय श्रेणी शिक्षकों की करीब 40 हजार नियुक्तियां सवा साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव के चक्कर में अटकती जा रही हैं। सरकार की ओर से भर्ती नियमों में छोड़ी गई चूक को इस तरह दुरुस्त करवाया जा रहा है कि चुनाव तक नियुक्तियां मिल जाएं। तयशुदा कार्यक्रम के तहत ये नियुक्तियां जुलाई तक हो जानी चाहिए थीं। इस देरी का खामियाजा स्कूलों में लाखों बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। परीक्षा प्रक्रिया से जुड़े अफसर-कर्मचारियों की मानें तो सरकार इन नियुक्तियों को कुछ और सरकाना चाहती है ताकि उसका असली फायदा उसे चुनाव में मिल सके। पंचायती राज विभाग की ओर से तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा 2 जून को हुई थी। इसका रिजल्ट एक माह में घोषित करने की योजना थी। विभाग ने लेवल वन के 10609 पदों का परिणाम 28 जून को घोषित कर दिया, लेकिन लेवल टू के 28935 पदों का परिणाम ढाई माह बाद भी घोषित नहीं हो सका है। इधर लेवल वन में चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्तियां भी अब तक शुरू नहीं हो सकी है। इसके पीछे अफसरों की बड़ी दलील यह है कि प्रकरण कोर्ट में विचाराधीन है। परीक्षा से जुड़े कुछ अफसर यह भी मानते हैं कि यदि सरकार ठोस कार्ययोजना बनाती तो ये नियुक्तियां अब तक पूरी हो जाती, साथ ही दूसरे चरण में अगले 19 हजार पदों की भर्ती प्रक्रिया शुरू हो सकती थी। नियम-कायदों में विभिन्न स्तरों पर हुई चूक के चलते ही अभ्यर्थियों को कोर्ट में जाने का मौका मिला जिससे नियुक्तियां अटक गईं।
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