सीकर. शिक्षा मंत्री बृजकिशोर शर्मा ने कहा है कि प्रदेश में शिक्षकों की कमी को जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। ग्रेड सैकंड टीचरों की भर्ती प्रक्रिया पूरी कर 31 अगस्त तक तथा 41 हजार ग्रेड थर्ड टीचरों को हाई कोर्ट का फैसला आने के बाद एक सप्ताह में नियुक्ति दे दी जाएगी। प्रदेश में फर्स्ट ग्रेड टीचरों को नियुक्ति देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। आरपीएससी की ओर से रिजल्ट जारी करने के बाद एक महीने में हैड मास्टर व पीटीआई पदों पर नियुक्ति दे दी जाएगी। वे गुरुवार को सीकर में राजस्थान राज्य पाठ्य पुस्तक मंडल वितरण केंद्र के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, शिक्षा में गुणवत्ता लाने के लिए प्रतिभावान विद्यार्थियों को लेपटॉप दिए जाएंगे। विद्यार्थियों को निशुल्क पुस्तकें मुहैया करा दी है। उन्होंने कहा, अभिभावकों को बच्चों को पढ़ाने के लिए पैसे दिए जाएंगे। पांचवीं तक बच्चों की नींव मजबूत करने के लिए आरटीई लागू की गई है। उन्होंने कहा, शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान जब केरल के बराबर आएगा तभी सपना साकार होगा।पारीक का दावा : शहर का विकास कराना मेरी जिद
शहर में टूटी पड़ी सड़कों, बंद पड़े सीवरेज व धीमी गति से चल रहे अन्य प्रोजेक्ट के बीच उद्योग मंत्री राजेंद्र पारीक ने कहा, सीकर का विकास कराना उनकी जिद है। वे उसके प्रति दृढ़ प्रतिज्ञ हूं। कार्यक्रम में कुर्सियां खाली देखते हुए शिक्षा मंत्री से उन्होंने कहा, यहां संख्या भले ही कम है लेकिन मौजूद सभी जिला परिषद व नगर परिषद के प्रतिनिधि हैं। आगे शिक्षा से संबंधित कार्यक्रम में जनता दिखाएंगे। मंत्री ने कहा, सीकर शिक्षा के क्षेत्र में काशी बन गया है। इसमें प्राइवेट इंस्टीट्यूशन का भी सहयोग रहा है। पहले यहां से बच्चे कोटा तक पढ़ने जाते थे। http://www.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-minister-said-the-shortage-3637605.html
शहर में टूटी पड़ी सड़कों, बंद पड़े सीवरेज व धीमी गति से चल रहे अन्य प्रोजेक्ट के बीच उद्योग मंत्री राजेंद्र पारीक ने कहा, सीकर का विकास कराना उनकी जिद है। वे उसके प्रति दृढ़ प्रतिज्ञ हूं। कार्यक्रम में कुर्सियां खाली देखते हुए शिक्षा मंत्री से उन्होंने कहा, यहां संख्या भले ही कम है लेकिन मौजूद सभी जिला परिषद व नगर परिषद के प्रतिनिधि हैं। आगे शिक्षा से संबंधित कार्यक्रम में जनता दिखाएंगे। मंत्री ने कहा, सीकर शिक्षा के क्षेत्र में काशी बन गया है। इसमें प्राइवेट इंस्टीट्यूशन का भी सहयोग रहा है। पहले यहां से बच्चे कोटा तक पढ़ने जाते थे। http://www.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-minister-said-the-shortage-3637605.html