लुधियाना. पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड उन लोगों का ब्योरा वेबसाइट पर डालेगा जिनके सर्टिफिकेट जांच में फर्जी मिले हैं। इस बाबत सभी विभागों को भी सूचित किया जाएगा। साथ ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को भी इसकी जानकारी दी जाएगी। जिससे पूर्व में पकड़ में आ चुके फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर कोई आवेदनकर्ता कहीं दूसरी जगह आवेदन करता है तो शंका होने पर वेबसाइट से उसके बारे में जानकारी ली जा सके। 10 साल में नौ हजार फर्जी सर्टिफिकेट-पीएसईबी बोर्ड के सेक्रेटरी डा. बलविंदर सिंह ने बताया कि आधुनिक तकनीकों से फर्जी सर्टिफिकेट बनाना आसान हो गया है। पिछले दस सालों में लगभग नौ हजार फर्जी सर्टिफिकेट के मामले सामने आए हैं
केसों की डिटेल जल्द वेबसाइट पर-इस सत्र में बोर्ड ने अभी तक फर्जी सर्टिफिकेट के 380 नए केस पकड़े हैं। इनके संबंध में ब्योरा बोर्ड अपनी वेबसाइट http://www.pseb.ac.in पर डाल देगा। बोर्ड ने ऐसे लोगों के खिलाफ क्रिमिनल मामले दर्ज करवाने की योजना बनाई थी, लेकिन मैन पॉवर और लीगल सोर्सेस की कमी को देखते हुए बोर्ड को फैसला ड्राप करना पड़ा।
प्राइवेट नौकरी में भी नहीं कर सकेंगे अप्लाई
अब फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर प्राइवेट नौकरी के लिए अप्लाई करने वाले लोगों को भी मुसीबत का सामना करना पड़ेगा। एजुकेशन बोर्ड की साइट पर संबंधित व्यक्ति का ब्यौरा पड़ने के बाद हर किसी को आसानी से मालूम चल जाएगा कि किसके नाम से फर्जी सार्टिफिकेट बने हैं।
जांच में फर्जी सर्टिफिकेट के सामने आने के मामले दिनों-दिन बढ़ रहे हैं। हम खुद परेशान थे। इसीलिए यह तरीका अपनाया है। उम्मीद है इससे मामलों में कमी आएगी।
डॉ.बलविंदर सिंह, सेक्रेटरी, पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्डhttp://www.bhaskar.com/article/PUN-LUD-details-of-who-will-build-3497633.html
केसों की डिटेल जल्द वेबसाइट पर-इस सत्र में बोर्ड ने अभी तक फर्जी सर्टिफिकेट के 380 नए केस पकड़े हैं। इनके संबंध में ब्योरा बोर्ड अपनी वेबसाइट http://www.pseb.ac.in पर डाल देगा। बोर्ड ने ऐसे लोगों के खिलाफ क्रिमिनल मामले दर्ज करवाने की योजना बनाई थी, लेकिन मैन पॉवर और लीगल सोर्सेस की कमी को देखते हुए बोर्ड को फैसला ड्राप करना पड़ा।
प्राइवेट नौकरी में भी नहीं कर सकेंगे अप्लाई
अब फर्जी सर्टिफिकेट के आधार पर प्राइवेट नौकरी के लिए अप्लाई करने वाले लोगों को भी मुसीबत का सामना करना पड़ेगा। एजुकेशन बोर्ड की साइट पर संबंधित व्यक्ति का ब्यौरा पड़ने के बाद हर किसी को आसानी से मालूम चल जाएगा कि किसके नाम से फर्जी सार्टिफिकेट बने हैं।
जांच में फर्जी सर्टिफिकेट के सामने आने के मामले दिनों-दिन बढ़ रहे हैं। हम खुद परेशान थे। इसीलिए यह तरीका अपनाया है। उम्मीद है इससे मामलों में कमी आएगी।
डॉ.बलविंदर सिंह, सेक्रेटरी, पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्डhttp://www.bhaskar.com/article/PUN-LUD-details-of-who-will-build-3497633.html