उदयपुर।राजस्थान की शिक्षा नीति से कला शिक्षा की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है।इस नीति के चलते सरकार द्वारा 4 नवंबर 1992 में एक अध्यादेश जारी कर कला शिक्षा अध्यापक, जिसमें चित्रकला और संगीत के अध्यापक शामिल हैं की नियुक्तियों को गैर जरूरी बताते हुए नियुक्तियां बंद कर दी गई। कई कला शिक्षक बेरोजगार हो गए। वर्तमान में हालात यह है कि स्कूलों में सामान्य शिक्षकों को अल्पकालीन प्रशिक्षण देकर काम चलाया जा रहा है।ऐसे बंद हुई नियुक्तियां : 1991-92 में शिक्षा विभाग द्वारा स्थानीय एसआईईआरटी से कला शिक्षकों की अनिवार्यता के बारे में पूछा गया। संस्थान से जवाब लिखकर भेजा गया कि कला शिक्षकों की जरूरत नहीं है, क्योंकि 28 दिन के प्रशिक्षण से सामान्य शिक्षकों को कला की आधारभूत जानकारी दे देंगे।
इन व्याख्याताओं द्वारा दी गई अनुसंधान रिपोर्ट के आधार पर निदेशक प्राथमिक व माध्यमिक शिक्षा बीकानेर ने तत्काल प्रभाव से अध्यादेश जारी कर कला शिक्षकों की आवश्यकता को गैर जरूरी बताते हुए नियुक्तियों पर रोक लगा दी।
यह है नियम
शिक्षा का अधिकार कानून 2009 के अध्यादेश 678 में कला शिक्षकों की अंशकालीन नियुक्ति की बात कही गई है। राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के पेज संख्या 60 से 67 तक यह दर्ज है कि कक्षा 1 से 10 तक कला शिक्षा अनिवार्य होनी चाहिए। इसमें यह भी लिखा हुआ है कि अभिभावकों व प्रशासकीय अधिकारियों को भी कला शिक्षा के बारे में जानकारी मिलनी चाहिए ताकि वो भी कला शिक्षा की महत्ता को समझ सके।
यह था पहले
कक्षा 6 से 8 तक एनसीईआरटी द्वारा पुस्तकें क्रमश: सृजन कक्षा 6, सृजन कक्षा 7 व सृजन कक्षा 8 विद्यालयों में पढ़ाई जानी थी। कक्षा 6 व 7 में यह पुस्तकें 2011 तक नियमित रूप से पढ़ाई जाती रही हैं और इसके नंबर भी जुड़ते रहे हैं। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड में भी कला शिक्षा लागू थी।
अब यह है व्यवस्था
एनसीईआरटी की शिक्षा नीति लागू की गई है, इसमें कला शिक्षा का पाठ्यक्रम है, लेकिन एनसीईआरटी राज्य शिक्षा नीति पर यह दबाव नहीं डालती है कि इसी पाठ्यक्रम को लागू किया जाए। राज्य सरकार अपनी सुविधा और संसाधनों के आधार पर पाठ्यक्रम में परिवर्तन के लिए स्वतंत्र है।
जबकि राज्य में कला शिक्षकों की कोई व्यवस्था नहीं है। विषय की निश्चितता भी अभी तक नहीं हुई। इस मसले को और उलझाते हुए नीति निर्माता इस प्रयास में लगे हैं कि अन्य विषयों के साथ इस विषय को जोड़कर पाठ्यक्रम बनाएं। अपने इस अभियान को वह इंटीग्रेटेड शब्द से व्यक्त कर रहे हैं।http://www.bhaskar.com/article/RAJ-UDA-from-1992-to-stop-the-recruitment-of-art-teachers-3539532.html