अजमेर.पटवारी परीक्षा का नए सिरे से घोषित होने वाला परिणाम सभी जिलों में एक ही दिन जारी नहीं होगा। सभी जिलों को अपनी सुविधानुसार परिणाम जारी करने की छूट दी गई है। लेकिन यह निर्देश दिए हैं कि अभ्यर्थियों की ओएमआर शीट का एक बार फिर गहनता से जांचकर ही परिणाम जारी किया जाए। पूर्व में जारी किए परिणाम के बाद हुई गलतियों से सबक लेते हुए राजस्व मंडल अब फूंक फूंक कर कदम रख रहा है। यही वजह है कि जिलावार घोषित करने के लिए परिणाम तैयार है, लेकिन राजस्व मंडल प्रशासन ने कलेक्टरों को फिर कहा है कि एक-एक अभ्यर्थी की ओएमआर शीट की गहनता से जांच करने के उपरांत ही परिणाम को अंतिम रूप से जारी करें। इसमें मुख्य रूप से अभ्यर्थी के जाति वर्ग श्रेणी के अनुसार परिणाम में किसी तरह की गलती नहीं रहे, इसकी पूरी तरह से पुष्टि के निर्देश दिए गए हैं। राजस्व मंडल सूत्रों के अनुसार इसके चलते सभी जिलों में परीक्षा परिणाम एक साथ जारी होना संभव नहीं होगा। कुछ जिलों में अभ्यर्थियों की संख्या दस हजार के करीब है तो कहीं पचास से साठ हजार हैं।
ऐसे में ओएमआर शीट की जांच में उन जिलों में ज्यादा समय लगेगा जहां अभ्यर्थियों की संख्या ज्यादा है। उन जिलों का परीक्षा परिणाम जल्दी आ सकता है जहां अभ्यर्थियों की संख्या कम है। कुछ जिलों में ओएमआर शीट की जांच भी की जा चुकी है और वहां परिणाम कभी भी जारी किया जा सकता है। बनाने पड़ेंगे अस्थाई ट्रेनिंग स्कूल चयनित पटवारियों को नौ माह की ट्रेनिंग दी जाती है। राज्य में फिलहाल सात स्थाई ट्रेनिंग स्कूल हैं जहां यह ट्रेनिंग होती है। अब जबकि अभ्यर्थियों की संख्या 2363 है, ऐसे में लगभग 12 से 13 अस्थाई ट्रेनिंग स्कूल और बनाने होंगे। तभी इतनी बड़ी संख्या में पटवारियों को ट्रेनिंग देना संभव होगा। राजस्व मंडल प्रशासन ने इसके लिए भी कलेक्टरों को निर्देशित कर दिया है और अस्थाई ट्रेनिंग स्कूलों के लिए जगह का चयन करने को कहा गया हैhttp://www.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-patwari-exam-will-be-released-simultaneously-in-all-districts-results-3211135.html
ऐसे में ओएमआर शीट की जांच में उन जिलों में ज्यादा समय लगेगा जहां अभ्यर्थियों की संख्या ज्यादा है। उन जिलों का परीक्षा परिणाम जल्दी आ सकता है जहां अभ्यर्थियों की संख्या कम है। कुछ जिलों में ओएमआर शीट की जांच भी की जा चुकी है और वहां परिणाम कभी भी जारी किया जा सकता है। बनाने पड़ेंगे अस्थाई ट्रेनिंग स्कूल चयनित पटवारियों को नौ माह की ट्रेनिंग दी जाती है। राज्य में फिलहाल सात स्थाई ट्रेनिंग स्कूल हैं जहां यह ट्रेनिंग होती है। अब जबकि अभ्यर्थियों की संख्या 2363 है, ऐसे में लगभग 12 से 13 अस्थाई ट्रेनिंग स्कूल और बनाने होंगे। तभी इतनी बड़ी संख्या में पटवारियों को ट्रेनिंग देना संभव होगा। राजस्व मंडल प्रशासन ने इसके लिए भी कलेक्टरों को निर्देशित कर दिया है और अस्थाई ट्रेनिंग स्कूलों के लिए जगह का चयन करने को कहा गया हैhttp://www.bhaskar.com/article/RAJ-OTH-patwari-exam-will-be-released-simultaneously-in-all-districts-results-3211135.html