हिसार : प्रदेश में युवा पीढ़ी को किशोर अवस्था से ही रोजगारपरक शिक्षा से जोड़ा जाएगा ताकि वह अपनी रजा से रोजगार प्राप्त कर सके और रोजगार के लिए दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा। केंद्र सरकार की नेशनल वोकेशनल एजुकेशन फ्रेमवर्क के तहत इसी सत्र से पायलट प्रोजेक्ट के तहत वोकेशनल शिक्षा दी जाएगी। शिक्षामंत्री गीता भुक्कल ने हिसार आगमन के दौरान दैनिक जागरण से बातचीत में किया। उन्होंने बताया नेशनल वोकेशनल एजूकेशन फ्रेमवर्क की शुरुआत इसी सत्र से कर दी जाएगी। स्कूली स्तर पर रोजगारपरक पाठ्यक्रम आधारित इस प्रोग्राम पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार से यह पायलट मिला है। विभागीयस्तर पर पायलट को आगे बढ़ाने की दिशा में कदम उठाये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 40 स्कूलों में पायलट प्रोग्राम चलाए जाएंगे। नौवीं कक्षा से ही रोजगारपरक कोर्सेज आरंभ होंगे।
उन्होंने बताया कि सिक्योरिटी सर्विस, एग्रीकल्चर, टेक्सटाइल आदि क्षेत्रों में रोजगार आधारित शिक्षा दी जाएगी। शिक्षामंत्री ने कहा कि रोजगारपरक शिक्षा का पथ-प्रदर्शक बनना प्रदेश के लिए गर्व की बात है। नैशनल वोकेशनल एजूकेशन फ्रेमवर्क जैसा प्रोग्राम चलाने के पीछे केंद्र सरकार की एक ही मंशा है - युवाओं में शिक्षा के उपरांत रोजगार के अवसर सृजित करने का हुनर पैदा करना। पायलट प्रोजेक्ट सफल होते ही इस योजना को देशभर में लागू किया जाएगा।http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=8&edition=2012-04-13&pageno=11
उन्होंने बताया कि सिक्योरिटी सर्विस, एग्रीकल्चर, टेक्सटाइल आदि क्षेत्रों में रोजगार आधारित शिक्षा दी जाएगी। शिक्षामंत्री ने कहा कि रोजगारपरक शिक्षा का पथ-प्रदर्शक बनना प्रदेश के लिए गर्व की बात है। नैशनल वोकेशनल एजूकेशन फ्रेमवर्क जैसा प्रोग्राम चलाने के पीछे केंद्र सरकार की एक ही मंशा है - युवाओं में शिक्षा के उपरांत रोजगार के अवसर सृजित करने का हुनर पैदा करना। पायलट प्रोजेक्ट सफल होते ही इस योजना को देशभर में लागू किया जाएगा।http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=8&edition=2012-04-13&pageno=11