पानीपत : निजी स्कूलों में दाखिला टेस्ट पर अब शिकंजा कसेगा। अभिभावकों से लिखित शिकायत मिलने के बाद शिक्षा महकमा शिकंजा कसने की तैयारी में जुटा है। दाखिला टेस्ट की शिकायत सही मिली तो स्कूल संचालक के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। आधुनिक शिक्षा के नाम पर अभिभावकों से मोटी फीस वसूलने वाले निजी स्कूलों में दाखिले का दौर जारी है। हालांकि नए शिक्षण सत्र 2012-13 शुरू होने से पहले ही ज्यादातर निजी स्कूलों में 70-80 फीसद तक एडमिशन थोक भाव में हो चुके हैं। निजी स्कूल संचालक विद्यालयों में बची 20 फीसद सीटों पर दाखिले के नए नियम लागू कर अभिभावकों को बेवजह परेशान करने पर तुले हैं। शिक्षा अधिकार अधिनियम (आरटीई) 2009 में पहली से आठवीं कक्षा में दाखिले के वक्त किसी तरह की प्रवेश परीक्षा आयोजित न करने के मानदंड तय किए गए हैं। बच्चों को कक्षा में फेल बिना ही अगली कक्षा में प्रमोट करना है, लेकिन निजी स्कूल केंद्र सरकार के नियमों को ताक पर रखकर बे-रोकटोक बच्चों का टेस्ट लेने पर उतारू हैं। बच्चों के दाखिले के लिए अभिभावक सिफारिश लगवाने से भी पीछे नहीं हट रहे हैं। सिफारिश चाहे किसी अधिकारी की हो या फिर खुद स्कूल संचालक की, लेकिन उन्हें दाखिला टेस्ट देने के लिए बाध्य किया जा रहा है। नए सत्र से पहले दाखिला : शिक्षा निदेशालय के मुताबिक सरकारी व निजी स्कूलों में नया शिक्षण सत्र एक अप्रैल से लागू होता है। लेकिन दर्जनों निजी स्कूल में अप्रैल माह शुरू होने से पहले ही कक्षा एक से आठ तक की ज्यादातर सीटों पर दाखिला हो चुका है। शिक्षा विभाग की सूत्रों की मानें तो यह निदेशालय के नियमों की घोर अवहेलना है। शिक्षा विभाग को बच्चों को फेल करने की भी शिकायत मिली है।
कक्षा में बच्चों को फेल करने पर अभिभावक खासे परेशान हैं। अभिभावकों ने की शिकायत शिमला मौलाना वासी जोगिंद्र ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में नियम 134 ए के उल्लंघन के विरोध में शिकायत दी है। आर्य बाल भारती स्कूल प्रबंधन के खिलाफ दिए शिकायत में उन्होंने दो बच्चों के वार्षिक परीक्षा परिणाम बेवजह रोकने का आरोप लगया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बच्चों पर पूरे साल की फीस जमा करवाने का दबाव बनाया जा रहा है। प्रधानाचार्य टीपी गोयल का कहना है कि आरोप बिल्कुल गलत है। उधर शुभम सैनी व मनीषा सैनी के अभिभावक ने आरोप लगाया है कि नवयुग विद्या मंदिर स्कूल में नियम 134 ए के तहत उनके बच्चों को दाखिला नहीं दिया जा रहा है। इस संबंध में प्राचार्य सुभाष मेहता का कहना है कि बच्चा एडमिशन नहीं लेने आया है।http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=8&edition=2012-04-05&pageno=5#id=111737314071093840_8_2012-04-05
कक्षा में बच्चों को फेल करने पर अभिभावक खासे परेशान हैं। अभिभावकों ने की शिकायत शिमला मौलाना वासी जोगिंद्र ने जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में नियम 134 ए के उल्लंघन के विरोध में शिकायत दी है। आर्य बाल भारती स्कूल प्रबंधन के खिलाफ दिए शिकायत में उन्होंने दो बच्चों के वार्षिक परीक्षा परिणाम बेवजह रोकने का आरोप लगया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बच्चों पर पूरे साल की फीस जमा करवाने का दबाव बनाया जा रहा है। प्रधानाचार्य टीपी गोयल का कहना है कि आरोप बिल्कुल गलत है। उधर शुभम सैनी व मनीषा सैनी के अभिभावक ने आरोप लगाया है कि नवयुग विद्या मंदिर स्कूल में नियम 134 ए के तहत उनके बच्चों को दाखिला नहीं दिया जा रहा है। इस संबंध में प्राचार्य सुभाष मेहता का कहना है कि बच्चा एडमिशन नहीं लेने आया है।http://in.jagran.yahoo.com/epaper/index.php?location=8&edition=2012-04-05&pageno=5#id=111737314071093840_8_2012-04-05