संस्कृत स्कूलों व गुरुकुलों की होगी कायापलट
चंडीगढ़ : प्रदेश के संस्कृत विद्यालयों एवं गुरुकुल पाठशालाओं के कायाकल्प के लिए राज्य सरकार ने 40 लाख 50 हजार रुपये की अनुदान सहायता जारी की गई है। प्रदेश की शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने शनिवार को यहां बताया कि प्रदेश सरकार ने गुरुकुल व संस्कृत पाठशालाओं को अनुदान सहायता प्रदान करने की नीति के तहत राज्य सरकार द्वारा प्रदान किए गए कोष में से अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि 10 वर्ष या इससे अधिक समय से विद्यमान ऐसे गुरुकुल व संस्कृत विद्यालयों को विद्यार्थियों की संख्या के आधार पर अनुदान सहायता प्रदान की जाएगी। विद्यार्थियों के आधार पर एकमुश्त वित्तीय सहायता देने के मानदंडों का उल्लेख करते हुए गीता भुक्कल ने बताया कि 100 विद्यार्थियों तक (न्यूनतम विद्यार्थी 80) की संख्या वाले गुरुकुलों को डेढ़ लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। 101 से 200 विद्यार्थियों की संख्या वाले गुरुकुलों को ढाई लाख रुपये और 200 से अधिक विद्यार्थियों वाले गुरुकुलों को साढ़े तीन लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि गुरुकुल वेद मंदिर मताना डीगी (फतेहाबाद) के लिए 1,50,000 रुपये, आश्रम हरि मंदिर संस्कृत महाविद्यालय पटौदी जिला गुड़गांव के लिए सात लाख रुपये, लज्जाराम संस्कृत महाविद्यालय तीर्थ पांडु पिंडारा (जींद) के लिए सात लाख रुपये, लज्जाराम बशेशरदास गुरुकुल विद्यापीठ तीर्थ पांडु पिंडारा (जींद) क्ै लिए सात लाख रुपये, ब्रांाण संस्कृत महाविद्यालय रामराय जींद के लिए डेढ़ लाख और महाविद्यालय गुरुकुल झज्जर के लिए सात लाख रुपये का अनुदान दिया गया है। अखिल भारतीय गौड़ ब्रांाण संस्कृत महाविद्यालय रोहतक के लिए सात लाख रुपये और विश्व भारती शिक्षा संस्थान गुरुकुल भइयापुर लाढ़ौत (रोहतक) के लिए 2.5 लाख रुपये की अनुदान सहायता स्वीकृत की गई है।