जयपुर। आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता श्रीश्री रविशंकर आज अपने ही बयान से पलट गए हैं। कल जयपुर में एक समारोह में उन्होंने कहा था कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे ही नक्सली बनते हैं। हालांकि अपने बयान पर बवाल बढ़ता देख श्री श्री ने आज सफाई दी है और कहा कि हम मूर्ख नहीं कि ये कहें कि सारे गवर्नमेंट स्कूल में नक्सलवाद पैदा हो रहा है, नक्सली क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों के बच्चे अक्सर हिंसा से ग्रस्त होते हैं। उधर, श्रीश्री के इस बयान पर कोर्ट में इस्तागास भी दायर किया गया है। इससे पहले दिन में शिक्षक संगठनों ने इसका विरोध किया था और स्कूलों बच्चों ने पुतला जलाकर प्रदर्शन किया था।प्रतापनगर सेक्टर-26 में श्रीश्री रविशंकर आश्रम में बुधवार को आयोजित राजस्थान के प्रमुख सरपंचों की बैठक के दौरान मीडिया से मुखातिब श्रीश्री ने मंगलवार को विवादित वक्तव्य के बारे में कहा कि जो नक्सलवाद से ग्रस्त क्षेत्र हैं वहां अक्सर यही पाया गया है। वहां सरकारी स्कूलों में पढ़े बच्चे अक्सर हिंसा से ग्रस्त पाए गए हैं। पूर्वांचल और यूपी के क्षेत्रों में पाया गया। अच्छा है राजस्थान में वो नक्सली प्रभाव नहीं। आदर्श विद्यालयों को मैंने ये प्रेरणा दी कि आप नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अपने संस्थान खोले।हम इतने मूर्ख नहीं कि ये कहें कि सारे गवर्नमेंट स्कूल्स में नक्सलवाद पैदा हो रहा है। किसी भी चीज को जनरलाईज नहीं करते हैं।
मैं बहुत सोच समझकर बोलता हूं। हमारे किसान भाईयों से हम ये भी कर रहे हैं स्कूलों में कृषि के बारे में पढ़ाया जाना चाहिए।
श्री श्री के बयान पर हंगामा-श्री श्री के कल के बयान पर राजस्थान के शिक्षक संघ भड़क गए हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि सरकारी स्कूलों से नक्सलवाद पनपता है। इसलिए सरकार स्कूलों को बंद कर देना चाहिए। राजस्थान भील महासभा और अखिल राजस्थान विद्यालय शिक्षक संघ (अरस्तु) ने श्री श्री के बयान पर कड़ी आपत्ति जताई है।
स्कूली बच्चों ने किया प्रदर्शन-झालाना डूंगरी इलाके में श्रीश्री के बयान के विरोध में छात्रों और स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया। इन लोगों का आरोप था कि कम से कम सरकारी स्कूलों में फीस न होने की वजह से बच्चे पढ़ तो पाते हैं वहीं प्राइवेट स्कूल शिक्षा के नाम दुकानें चलाते हैं। झालाना डूंगरी विकास महासंघ के अध्यक्ष दिनेश चंद्र गुप्ता ने बताया कि देश के बड़े बड़े आईएएस और आईपीएस , नेता इन्ही सरकारी स्कूलों से ही निकले हैं, जो आज देश की सेवा कर रहे हैं।
श्रीश्री रविशंकर के खिलाफ मामला दर्ज
श्रीश्री रविशंकर के खिलाफ सांगानेर की न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत में बुधवार को इस्तगासा दायर किया गया है। इस्तगासे में रविशंकर के खिलाफ आईपीसी की धारा 153 ए, 153 बी, 499 और 500 लगाई गई हैं। याचिका में रविशंकर पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने बयानबाजी करके सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों की मानहानि की है और वर्ग संघर्ष को बढ़ावा दिया है।
http://www.bhaskar.com/article/c-10-1401377-2999693.html