नई दिल्ली. वूमेंस टेक्नीकल यूनिवर्सिटी के नाम से राजधानी दिल्ली में महिलाओं के लिए एक अलग विश्वविद्यालय होगा। दिल्ली कैबिनेट ने सोमवार को यह फैसला किया। महिलाओं के लिए अलग से टेक्नीकल यूनिवर्सिटी बनाने वाला दिल्ली देश में पहला राज्य होगा। सरकार गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के तहत इंदिरा गांधी प्रोद्यौगिकी संस्थान का दर्जा बढ़ाकर उसे वूमेंस टेक्नीकल यूनिवर्सिटी बनाएगी। इसके लिए इंदिरा गांधी दिल्ली टेक्नीकल यूनिवर्सिटी विधेयक-2012 का मसौदा तैयार किया गया है, जिसे कैबिनेट ने स्वीकृत कर लिया है। अब यह विधेयक विधानसभा में पेश होगा। इससे पहले राजधानी में डीयू के तहत कई डिग्री कॉलेज ही थे। कैबिनेट की बैठक के बाद मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने बताया कि इंदिरा गांधी टेक्नीकल इंस्टीट्यूट ने बीते 12 वर्षो के दौरान अच्छी गुणवत्ता की तकनीकी शिक्षा व अनुसंधान के क्षेत्र में महिलाओं के लिए बेहतर योगदान दिया है। महिलाओं को रोजगार दिलाने में भी संस्थान का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। संस्थान की 85 फीसदी सीटें दिल्ली की लड़कियों के लिए रखी गई हैं। उन्होंने कहा कि अनेक अभिभावक अपनी बेटियों को दूरदराज के संस्थानों में पढ़ने के लिए भेजने में संकोच करते हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि नया विश्वविद्यालय दिल्ली की अधिक से अधिक लड़कियों को इंजीनियरिंग की शिक्षा दे सकेगा। इससे पहले राजधानी में सरकार दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग का दर्जा बढ़ाकर उसे दिल्ली टेक्नीकल यूनिवर्सिटी बना चुकी है।
एससी व एसटी छात्रों को स्टेशनरी खरीद के लिए मदद बढ़ी
कैबिनेट की बैठक में एससी, एसटी, ओबीसी व अल्पसंख्यक वर्ग के प्राइमरी कक्षाओं के छात्रों को स्टेशनरी की खरीद के लिए वित्तीय सहायता देने का फैसला भी लिया गया। कैबिनेट ने कक्षा 6 से 12 के बीच पढ़ रहे ऐसे छात्रों की मासिक वित्तीय सहायता बढ़ाने पर भी सहमति दी। अब से प्राइमरी कक्षाओं यानी कक्षा एक से पांच तक के छात्रों को स्टेशनरी की खरीद के लिए साल में 10 महीने 100 रुपए प्रतिमाह की दर से वित्तीय मदद मिलेगी। यह सुविधा चालू वित्त वर्ष से ही लागू होगी। इसके अलावा कक्षा 6 से 8 के बीच पढ़ने वाले छात्रों को मासिक वित्तीय सहायता 45 रुपए के स्थान पर 100 रुपए और 9 से 12वीं कक्षा के छात्रों को 75 रुपए के स्थान पर 200 रुपए की सहायता मिलेगी।http://www.bhaskar.com/article/DEL-technical-university-only-for-women-2755932.html
एससी व एसटी छात्रों को स्टेशनरी खरीद के लिए मदद बढ़ी
कैबिनेट की बैठक में एससी, एसटी, ओबीसी व अल्पसंख्यक वर्ग के प्राइमरी कक्षाओं के छात्रों को स्टेशनरी की खरीद के लिए वित्तीय सहायता देने का फैसला भी लिया गया। कैबिनेट ने कक्षा 6 से 12 के बीच पढ़ रहे ऐसे छात्रों की मासिक वित्तीय सहायता बढ़ाने पर भी सहमति दी। अब से प्राइमरी कक्षाओं यानी कक्षा एक से पांच तक के छात्रों को स्टेशनरी की खरीद के लिए साल में 10 महीने 100 रुपए प्रतिमाह की दर से वित्तीय मदद मिलेगी। यह सुविधा चालू वित्त वर्ष से ही लागू होगी। इसके अलावा कक्षा 6 से 8 के बीच पढ़ने वाले छात्रों को मासिक वित्तीय सहायता 45 रुपए के स्थान पर 100 रुपए और 9 से 12वीं कक्षा के छात्रों को 75 रुपए के स्थान पर 200 रुपए की सहायता मिलेगी।http://www.bhaskar.com/article/DEL-technical-university-only-for-women-2755932.html