हरियाणा में आरटीई रूल्स के तहत जितनी परिधि में पहली से आठवीं कक्षा तक का स्कूल चाहिए, लगभग उतनी परिधि में सरकारी स्कूल हैं। इसलिए राज्य सरकार अपने सरकारी स्कूलों को ही नेबरहुड स्कूल बनाने की तैयारी में है। अगर कहीं पर सरकारी स्कूल नहीं होगा तो वहां के किसी निजी स्कूल को नेबरहुड घोषित किया जाएगा। यानी गरीब बच्चे को आरटीई रूल्स के तहत नेबरहुड स्कूल (सरकारी स्कूल) में ही दाखिला मिलेगा। राज्य सरकर अगले 15 दिन में नेबरहुड स्कूल अधिसूचित कर देगी।आरटीई : निजी स्कूलों में 25 फीसदी सीटें रखी जानी हैं रिजर्व.राज्य सरकार अपने सरकारी स्कूल को ही अधिसूचित करेगी नेबरहुड स्कूल
आरटीई के तहत मुफ्त शिक्षा दिलाने की जिम्मेवारी सरकार की है। सरकार के पास अपने इतने स्कूल हैं कि उनमें बच्चों को शिक्षा दिलाने का पूरा ढांचा है। इसलिए सरकारी स्कूलों को नेबरहुड स्कूल अधिसूचित किया जाएगा। अगर कहीं सरकारी स्कूल नहीं होगा तो वहां निजी स्कूल को नेबरहुड स्कूल बनाया जा सकता है।
सुरीना राजन,वित्तायुक्त एवं प्रधान सचिव, स्कूल शिक्षा, हरियाणा http://epaper.amarujala.com/svww_index.php